सामान्य माहवारी चक्र क्या है:
- मासिक चक्र सामान्य रूप से लड़की के 10 से 14 वर्ष की आयु में शुरू (Menarche), (first menstruation) होता है और 45 से 55 वर्ष के बीच रजोनिवृत्ति (menopause), (last menstruation) होने तक आता रहता है।
- मासिक चक्र प्रत्येक 21 से 35 दिनों पर आता है और 3 से 7 दिन तक रहता है।
- मासिक चक्र औसतन 28-30 दिन का होता है।
- प्रत्येक माह एंडोमेट्रियम परत के टूटकर गिरने के कारण होने वाले रक्तस्राव को माहवारी कहते हैं।
- हर महीने अंडाशय में अंडा परिपक्व होता है और बाहर निकलता है।
- यह फैलोपियन नली से होते हुए गर्भाशय में चला जाता है।
- यह अंडा यदि निषेचित होता है तो महिला गर्भवती हो जाती है अन्यथा उसे माहवारी आती है।
प्रमुख बिंदु, (key points):
- पहले दिन से अंडे के निषेचित ना होने की अवस्था में गर्भाशय की अंदरूनी परत टूटकर माहवारी के रूप में योनि मार्ग से बाहर निकलना।
- सातवें दिन से अंडाशय में एक अंडे का विकसित होना।
- 14 वें दिन से अंडाशय में से एक अंडे का बाहर निकलना।
- 21 वें दिन से अंडे के निकलने के बाद गर्भाशय की अंदरूनी परत में खून का जमा हो जाना।
माहवारी चक्र के सुरक्षित एवं असुरक्षित दिन:
- महावारी चक्र के पहले से 7 दिन व 21 से 28 दिन, सुरक्षित दिन होते हैं।
- डिम्ब/अंडे को ग्रहण करने के लिए गर्भाशय की परत मोटी होना शुरू हो जाती है। आमतौर पर अण्डाशय से अण्डा पककर 11 से 14 दिन पर निकलता है। और 48 घंटे तक जीवित रह सकता है इससे अंडोंत्सर्जन कहते हैं। परंतु अन्य परिस्थितियों में अंडा पहले या बाद में भी निकल सकता है। क्योंकि शुक्राणु सामान्यतः महिला की प्रजनन अंग में अधिकतम 5 दिन तक जीवित रह सकते हैं। इसलिए गर्भधारण की संभावना मासिक चक्र के आठवें दिन से 20 दिन तक अधिक होती है। अतः माहवारी के आठवीं दिन से 20 वें दिन तक असुरक्षित दिन कहे जा सकते हैं।
क्या मासिक धर्म में दर्द होता है:
कुछ लड़कियों को माहवारी के दौरान कोई दर्द नहीं होता है। कुछ को पेट के नीचे या पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है। कभी-कभी दर्द इतना तेज हो सकता है कि बेहतर महसूस करने के लिए दवा लेने की आवश्यकता पढ़ती है।
पीरियड्स में प्रेग्नेंसी की कितनी संभावना होती है:
ओवुलेशन चक्र के दौरान महिलाओं के प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ और घट सकती है। आमतौर पर महिलाओं का मासिक चक्र 29 या 28 दिनों का होता है। जबकि कुछ महिलाओं का मासिक चक्र 20 या 40 दिनों या इससे ज्यादा दिनों तक का हो सकता है।
पीरियड शुरू होने के 1 या 2 दिनों बाद तक महिला के प्रेग्नेंट होने की संभावना ना के बराबर होती है। जैसे-जैसे पीरियड के दिन गुजरते हैं वैसे वैसे माहवारी के दौरान सेक्स करने से गर्भधारण की संभावना बढ़ती जाती है।
पीरियड शुरू होने के बाद 13 दिनों तक महिला के गर्भवती होने की संभावना लगभग 9% होती है यह संभावना कम जरूर है लेकिन ऐसा हो सकता है। महिला अपने मासिक चक्र के दौरान संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो जाए।
क्या मासिक धर्म में भी गर्भ ठहर सकता है:
वास्तव में प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड्स के बाद के 5 दिन और ओव्यूलेशन वाला दिन भी शामिल है। यदि आप गर्भधारण करने की योजना बना रही है तो आपको हफ्ते में दो या तीन बार सेक्स करने की सलाह दी जाती है। पीरियड्स के बीच में प्रेग्नेंट होने के निशान कुछ दिनों बाद तक पाए जा सकते हैं।
सुरक्षित यौन संबंध बनाने के लिए क्या करें:
आज कल हर नए जोड़े शादी के दो से तीन साल बाद ही बेबी प्लान करते हैं। इस बीच वो एक दूसरे को समझते हैं क्वालिटी टाइम बिताते हैं। लेकिन इस बीच कई बार लोग असुरक्षित यौन संबंध की चपेट में आ जाते हैं। जिससे ना चाहते हुए भी गर्भ ठहर जाता है। कि एक सुरक्षित यौन संबंध कैसे बनाए, तो चलिए जानते हैं सुरक्षित यौन संबंध बनाने के तरीके।
- कुछ लोग एक साथ दो कंडोम का इस्तेमाल कर लेते हैं। लेकिन ये गलत तरीका है। हमेशा एक ही कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए। पुराने फटे हुए कंडोम का इस्तेमाल ना करें। कंडोम के पैकेट को खोलने के लिए कैंची या दांत का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।
- कंडोम का फायदा तभी है जब इसे से शुरू होने से खत्म होने तक इस्तेमाल किया जाए।
- प्रेगनेंसी से बचने के लिए सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें। यह सुरक्षित यौन संबंध बनाने का सबसे बेहतर उपाय है।
- अगर आप सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करते हैं तो इससे अनचाहे गर्भधारण से बचा जा सकता है। साथ ही यह आपको यौन संचारित रोगों से भी बचाता है।
- महिला और पुरुष कंडोम का इस्तेमाल एक साथ ना करें। इसके अलावा लुब्रिकेटेड कंडोम का इस्तेमाल करना भी अच्छा माना जाता है।
पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है। इस बात की जानकारी अब आपको मिल ही गई होगी। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि अगर आप बेबी के लिए तैयार नहीं है। और महिला के पीरियड के दिनों में सेक्स कर रहे हैं। तो इस दौरान कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें ये यौन संबंधित रोगों से बचाता है।
मैं आशा करती हूं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा।।
धन्यवाद!! (by GS India Nursing, Lucknow, India)…