गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन के लाभ और साइड इफेक्ट, अंतरा इंजेक्शन को कौन/कब लगवा सकता है और कौन नहीं?(contraceptive Antara Injunction)

हाय दोस्तों, इस आर्टिकल में हम अंतरा इंजेक्शन (antara injection) के बारे में विस्तार से समझेंगे और अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन से संबंधित सभी प्रश्नों के सही और सटीक उत्तर देंगे। (by Dr. Anu, Gynecologist, Lucknow, UP, India).

  1. अंतरा इंजेक्शन क्या है?
  2. अंतरा इंजेक्शन के लाभ क्या है?
  3. अंतरा इंजेक्शन के क्या साइड इफेक्ट/नुकसान है?
  4. अंतरा गर्भनिरोधक का प्रयोग कौन कर सकता है?
  5. अंतरा गर्भनिरोधक का प्रयोग कौन नहीं कर सकता है?
  6. अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन कब लगवा सकते हैं?
  7. अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन कहां लगाया जाता है?

अंतरा इंजेक्शन क्या है?

अंतरा एक गर्भ निरोधक साधन है। अंतरा इंजेक्शन स्त्रियों के लिए सरल, सुरक्षित और तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन है। अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर निशुल्क उपलब्ध है। अंतरा का पहला इंजेक्शन लगवाने से पहले प्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा जांच कराना अत्यंत आवश्यक है। इस गर्भनिरोधक इंजेक्शन का नाम DMPA इंजेक्शन है।

अंतरा इंजेक्शन के लाभ क्या है?

  • अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन 3 महीने में मात्र एक बार लगवाने की आवश्यकता होती है।
  • यदि किसी कारणवश महिला इसे निर्धारित तिथि पर नहीं लगवा पाती है तो वे दिए गई तारीख के 2 सप्ताह पहले अथवा 4 सप्ताह बाद तक भी लगवा सकती है।
  • कुछ मामलों में माहवारी में होने वाली ऐंठन को कम करता है।
  • इस विधि के कारण कभी-कभी मासिक चक्र बंद हो जाता है जो हानिकारक नहीं है। यदि किसी महिला का खून की कमी है तो इससे फायदा ही होगा।
  • लाभार्थी की गोपनीयता को सुनिश्चित करता है।
अन्तरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन/ contraceptive antara inj.

अंतरा गर्भनिरोधक का प्रयोग कौन कर सकता है?

  • अंतरा इंजेक्शन किशोरावस्था से 45 वर्ष तक की महिला चाहे उन्हें बच्चे हो अथवा नहीं‌ इंजेक्शन लगवा सकती हैं।
  • ऐसी महिला जिसका हाल ही में स्वता गर्भपात हुआ हो अथवा गर्भपात करवाया गया हो‌ 7 दिन के अंदर अंतरा इंजेक्शन लगवा सकते है।
  • ऐसी महिला जो स्तनपान करा रही हो (प्रसव के 6 सप्ताह के बाद) ‌इंजेक्शन लगवा सकते हैं।
  • ऐसी महिला जो एच,आई,वी से संक्रमित हो चाहे वह इलाज करा रही हो अथवा नहीं।

अंतरा गर्भनिरोधक का प्रयोग कौन नहीं कर सकता है?

  • जिन महिलाओं का ब्लड प्रेशर ज्यादा हो। (160/ 100 या इससे अधिक)
  • प्रसव के 6 सप्ताह के भीतर।
  • स्ट्रोक या मधुमेह की बीमारी।
  • अकारण योनि से रक्त स्राव का इतिहास ।
  • स्तन कैंसर ।
  • लीवर की बीमारी।
  • सर्वाइकल कैंसर।
  • संक्रमण।

अंतरा इंजेक्शन का असर कितने महीने तक रहता है?

अंतरा इंजेक्टबल कॉन्ट्रासेप्टिव परिवार नियोजन का बेहद सरल तरीका है। इसमें तीन माह में एक बार इंजेक्शन लगवाया जाता है। यह इंजेक्शन स्वास्थ्य केंद्र में आकर लगवाने से महिलाएं 3 महीने के लिए गर्भधारण से मुक्ति पा सकती हैं।

अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन कब लगवा सकते हैं?

अंतरा इंजेक्शन माहवारी शुरू होने के पहले दिन से लेकर सातवें दिन तक ही अंतरा इंजेक्शन लगवाया जाता है। इसके बाद लगवाने पर यह कारगर नहीं होता है। इसको लगवाने के बाद 3 महीने तक किसी भी गर्भनिरोधक की जरूरत नहीं पड़ती है। महिलाओ को इंजेक्शन लगवाने पर हर बार 100 रुपए भी दिए जाएंगे।

अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन लगवाने का समय

अंतरा इंजेक्शन के क्या साइड इफेक्ट/नुकसान है?

अंतरा इंजेक्शन की डोज लगने के बाद महिलाओं को अचानक से रक्त स्राव व अन्य शारीरिक समस्याएं हो रही है। परिवार नियोजन के लिए लगवाए जाने वाले अंतरा इंजेक्शन व छाया टेबलेट की शुरुआत सरकार ने एक साथ की थी। सरकारी अस्पतालों में लगने वाले अंतरा इंजेक्शन से महिलाओं ने दूरी बनाई तो छाया टेबलेट भी कुछ खास नहीं असर दिखा पाई। ऐसा कहा जा रहा है की अंतरा इंजेक्शन की पहली डोज लगने के बाद महिलाएं दूसरी डोज लेने नहीं आती हैं।

अंतरा इंजेक्शन का डोज लेने वाली लगभग 30 फ़ीसदी महिलाओं को साइड इफेक्ट होता है। ब्लीडिंग व अन्य समस्याएं होती हैं इससे दवाइयों के माध्यम से ठीक किया जाता है।

अंतरा इंजेक्शन हार्मोंस को नियंत्रित करता है। इससे पहली बार लगने पर चार-पांच दिन तक अधिक माहवारी आने की तकलीफ रहती है। लेकिन दवा लेने से ठीक हो जाती है इससे किसी तरह का नुकसान नहीं है। बच्चों मैं अंतराल के लिए सबसे अच्छा इंजेक्शन है 3 इंजेक्शन लगने पर 2 वर्ष तक अनचाहे बच्चे से राहत रहती है।

अंतरा इंजेक्शन से शारीरिक बदलाव

अंतरा इंजेक्शन कहां लगाया जाता है?

यह डीप इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन है जो बांह कूल्हे या जांघ में लगाया जाता है।

इंजेक्शन इससे पहले की तैयारी?

  • वायल की एक्सपायरी डेट चेक करें।
  • माइक्रो-क्रिस्टल को घुलने के लिए शीशी को अच्छी तरह से हिलाए।
  • यदि वायल ठंडा है तो इसे कमरे के तापमान पर लाने के लिए हल्के से हथेलियों के बीच में रगड़े।
  • सोल्यूशन निकालते समय यह सुनिश्चित करें कि वायल हवा में ना गई हो।

अंतरा इंजेक्शन लगाते समय ध्यान रखें योग्य बातें?

  • इंजेक्शन लगाने वाले स्थान को एंटीसेप्टिक से साफ करें।
  • यह सुनिश्चित करने के लिए कि निडिल शिरा में नहीं है पहले ऐस्पिरेट करें।
  • विसंक्रमित सूई इंजेक्शन लगाए जाने वाले स्थान में, गहराई में घुसाए।
  • सीरिंज की दवा को पूरी तरह से इंजेक्ट करें।
  • इंजेक्शन लगवाने के बाद क्लाइंट को स्वास्थ्य केंद्र में 5-10 मिनट तक ठहरने के लिए कहें।

मैं आशा करती हूं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा।।

धन्यवाद!! (by GS India Nursing, Lucknow, India)…

Dr. Sanu AK……!!

Dr. Anu….!!

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