प्लेसेंटा (अपरा) निष्कासन की सक्रिय या कृतिम विधियां ( techniques of placental expulsion)

प्रसव की तृतीय अवस्था में असामान्य स्थिति में अपरा स्वत: decidua से पृथक नहीं हो पाता है, इस स्थिति में प्रसव पश्चात रक्त स्राव (पोस्टपार्टम हैम्रेज) होने की संभावना रहती है, इससे बचने के लिए सक्रिय प्रयास किए जाते हैं एवं हाथों की सहायता से अपरा को uterine cavity की आंतरिक सतह से पृथक किया जाता है, इसकी निम्नलिखित विधियां हैं-

1- Controlled Cord Traction

2- Fundal Pressure

3- Manual Removal of Placenta

1- Controlled Cord Traction;

(नियंत्रित रज्जू खिंचाव),

इस विधि में गर्भाशय के upper एवं लोअर यूटरिन सेगमेंट के संयोजन स्थल पर दबाव लगाया जाता है, इस हेतु बाएं हाथ की निचली सतह का उपयोग किया जाता है, दाएं हाथ से नाभि रज्जु को पकड़कर नीचे की ओर खींचा जाता है,

Uterus के upper segment को बाएं हाथ की सहायता से ऊपर की ओर गति प्रदान की जाती है इस प्रकार दो विपरीत दिशाओं में बल लगाने के परिणाम स्वरूप अपरा गर्भाशय की decidua से प्रथक हो जाता है, इस विधि में नाभि रज्जु (umbilical cord) को नियंत्रित रूप से खींचा जाता है, अपरा के पृथक हो जाने पर इसे वेजाइना से होकर बाहर निकाल लिया जाता है,

Controlled cord traction (CCT) is traction applied to the umbilical cord once the woman’s uterus has contracted after the birth of her baby, and her placenta is felt to have separated from the uterine wall, whilst counter-pressure is applied to her uterus beneath her pubic bone until her placenta delivers.

2- Fundal Pressure,

इस विधि में एक हाथ का उपयोग किया जाता है इसमें उदर पर हाथ रखकर यूट्रस के funalभाग को एक ओर से चार उंगलियों की सहायता से एवं दूसरी तरफ से इसी हाथ के अंगूठे की सहायता से दबाया जाता है यह दबाव यूट्रस में संकुचन होते समय लगाया जाता है यदि यूट्रस में संकुचन उपस्थित नहीं है तब इसकी धीरे-धीरे मालिश की जाती है जिससे यह कठोर एवं संकुचन सील हो सके यह दबाव नियमित अंतराल पर तब तक लगाया जाता है जब तक कि प्लेसेंटा सेपरेट होकर वजाइना में ना आ जाए,

Fundal pressure is the formal medical term for a very basic technique that medical professionals commonly use to facilitate vaginal childbirth. Fundal pressure simply means manually applying pressure or pushing downward at the top of the mother’s uterus.

3- Manual Removal of Placenta,

यह अपरा निष्कासन की सक्रिय विधि है इसमें दोनों हाथों का पर दस्ताने पहने जाते हैं एवं बाएं हाथ की सहायता से एब्डोमेन पर हाथ रखकर अपरा की स्थिति का पता लगाया जाता है अब दाएं हाथ को नुकीला या कोणाकार देकर वजाइना में इंसर्ट किया जाता है दाएं हाथ की यूटरिन कैविटी में पहुंचा दिया जाता है अब प्लेसेंटा को इसके किनारे की तरफ से अलग करना प्रारंभ किया जाता है धीरे-धीरे संपूर्ण प्लेसेंटा को decidua से पृथक कर लिया जाता है इस विधि में स्पाइनल एनेस्थीसिया दिया जाता है संपूर्ण अपरा के पृथक हो जाने के बाद बाएं हाथ की सहायता से यूट्रस पर मालिश की जाती है एवं दाएं हाथ को प्लेसेंटा सहित बाहर निकाल लिया जाता है,

Why is placenta removed manually?

The decision to attempt manual removal of the placenta and membranes in an otherwise normal labor and birth should be based on one of two indications: The sudden occurrence of hemorrhage but the placenta gives no indication of delivering. This may mean that at least partial separation has occurred.

बाहर निकाले गए प्लेसेंटा को संपूर्ण होने के लिए परीक्षण किया जाता है यदि कोई भाग अंदर शेष रह जाता है तब पुनः यूटरिन कैविटी की सफाई की जाती है प्रक्रिया के पूर्ण होने पर uterotonic drugs administrationकी जाती है जैसे –

1 . Ergometrine

2 . Syntocinon etc .

धन्यवाद !!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *